गढ़वाल और कुमाऊं मंडल में एक-एक राजकीय उद्यानों को हार्टी टूरिज्म की दृष्टि से विकसित करेगी सरकार
कृषि एवं कृषक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने विभागीय अधिकारियों को खाका तैयार करने के दिए निर्देश
देहरादून। पर्यटन प्रदेश उत्तराखंड में अब पर्यटन का नया आयाम जुड़ेगा। यह है हार्टी टूरिज्म। यानी, पर्यटक यहां के सरकारी बागीचों की न केवल सैर करेंगे, बल्कि वहां ताजे फलों के साथ ही इनसे बनने वाले उत्पादों का स्वाद भी लेंगे। सरकार ने पहले चरण में गढ़वाल एवं कुमाऊं मंडलों में उद्यान विभाग के एक एक राजकीय उद्यान को पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर हार्टी टूरिज्म के लिए विकसित करने का निश्चय किया है। कृषि एवं कृषक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने अधिकारियों को इसका खाका खींचने के निर्देश दिए हैं। इस प्रोजेक्ट की सफलता के बाद अन्य उद्यानों में भी इसी तरह की पहल की जाएगी।
उत्तराखंड में उद्यान विभाग के अंतर्गत 94 राजकीय उद्यान हैं। इनमें चौबटिया स्थित राजकीय उद्यान में सैलानी जाते हैं। अब सरकार की योजना पूर्वोत्तर राज्यों की भांति राज्य में भी हार्टी टूरिज्म को बढ़ावा देने की है। इससे जहां राजकीय उद्यानों की हालत सुधरेगी, वहीं आर्थिकी भी संवरेगी। अब देखने वाली बात ये होगी कि सरकार इसमें कितना सफल हो पाती है।
बहरहाल, प्रदेश के कृषि एवं कृषक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने देहरादून स्थित कैंप कार्यालय में कृषि एवं उद्यान विभाग की विभागीय समीक्षा बैठक में अधिकारियों को इसके निर्देश दिए हैं। उन्होंने बैठक में दोनो विभागों के अंतर्गत संचालित केंद्र पोषित एवं राज्य पोषित योजनाओं की प्रगति की विस्तार से जानकारी ली। साथ ही संचालित योजनाओं के क्रियान्वयन का ब्योरा भी लिया।