देश में प्रतिवर्ष 22 जनवरी को श्रीराम मंदिर की वर्षगांठ मनाने का सुझाव
उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने इस बारे में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भेजा पत्र
देहरादून। उत्तराखंड सरकार के मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने अयोध्या में श्रीराम मंदिर में 22 जनवरी को प्रभु श्रीराम के नूतन बाल रूप विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा को देखते हुए देश में इस दिन श्रीराम मंदिर की वर्षगांठ मनाने का सुझाव दिया है। उन्होंने इस सिलसिले में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र भेजकर यह सुझाव दिया है। उन्होंने संघ प्रमुख को भी पत्र के जरिए मंदिर निर्माण और श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा के साक्षी बनने पर बधाई दी।
मंत्री अग्रवाल ने कहा कि शताब्दियों के अभूतपूर्व धैर्य, अनगिनत बलिदान, त्याग, तपस्या की अनवरत प्रतीक्षा श्रीराम जी के आने से फलीभूत हुई। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार श्रीराम ने सम्पूर्ण भारतवर्ष को एक सूत्र में पिरोकर समरसता एवं सामन्जस्य का संदेश मानव मात्र के कल्याण के लिए दिया था, आज सम्पूर्ण देश में उसी समरसता के माहौल की अनुभूति हो रही है तथा ऊँच-नीच, जाति-पाति की खाईयां मिटती दिखायी दे रही हैं। उन्होेंने कहा कि प्रधानमंत्री के भागीरथ प्रयास, संतो-महापुरूषों के आशीर्वाद के बल पर ही संभव हुआ है।
अग्रवाल ने कहा कि श्रीराम मंदिर निमार्ण का जो आलौकिक दृश्य आज दृष्टिगोचर हो रहा है एवं सम्पूर्ण जनमानस जिस परमानन्द की अनुभूति करवा रहा है। जिन्हें शब्दों में वर्णन नही किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि सनातन संस्कृति के स्वाभिमान के प्रतीक श्री अयोध्या धाम में निर्मित श्रीराम मंदिर, राष्ट्र मंदिर का स्थान प्राप्त करेगा, इसमें कहीं कोई संदेह नहीं है।