दावानल : जंगल की आग बेकाबू, नैनीताल में धधकते जंगल बचाने को उतरी वायु सेना
वायु सेना के दो हेलीकाप्टर ने संभाला मोर्चा, नैनीताल की सभी झीलों में नौकायन कराया था बंद
देहरादून। 71.05 प्रतिशत वन भूभाग वाले उत्तराखंड मे जंगलों की आग बेकाबू होती जा रही है l अब आग बुझाने के लिए सेना की मदद लेने को विवश होना पड़ा है l नैनीताल के लड़ियाकांटा के जंगल मे लगी आग को बुझाने के लिए वायु सेना ने मोर्चा संभाला हैl जंगल की यह आग एयर फोर्स स्टेशन की तरफ बढ़ रही थी। वन विभाग व सेना के प्रयास के बाद भी जब स्थिति नहीं संभली तो वायु सेना को खुद ही अपने दो हेलीकाप्टर उतारने पड़े। दोनों हेलीकाप्टर ने भीमताल झील से पानी लिफ्ट किया और फिर जंगल में इसकी बौछार की। आग बुझाने के लिए पानी की जरूरत को देखते हुए प्रशासन ने नैनीताल की सभी झीलों में सुबह नौकायन बंद करवा दिया। करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद लड़ियाकांटा के जंगल की आग बुझाने में सफलता मिलीl हालांकि, राज्य के अन्य जंगलों में आग लगी है। बताया गया कि राज्य के अन्य जंगलों में भी स्थिति बिगड़ने पर वायु सेना की मदद ली जा सकती है।
नैनीताल के लड़ियाकांटा के जंगल की आग की घटना ने वर्ष 2016 की याद ताजा कर दीl तब भी जंगल की आग बेकाबू होने पर सेना की मदद लेनी पड़ी थी l कुमाऊं क्षेत्र के नैनीताल में गेठिया के जंगलों में शुक्रवार को ही आग भड़क उठी थीl आग बुझाने के वन विभाग के सभी प्रयास कारगर साबित नहीं हो पाएl इसके ठीक ऊपर लड़ियाकांटा की पहाड़ी है, जहां वायु सेना का स्टेशन है। शाम को ही दो हेलीकाप्टर यहां पहुंच गए थे।
शुक्रवार को वायु सेना के दोनों हेलीकाप्टर ने आग बुझाने के दृष्टिगत नैनीताल व आसपास की झीलों की रेकी की, लेकिन अंधेरा होने के कारण पानी लिफ्ट नहीँ किया जा सकाl हालांकि, प्रशासन ने सभी झीलों में बोटिंग बंद करा दी थीl शनिवार सुबह वायु सेना ने फिर अभियान शुरू कियाl दोनों हेलीकाप्टर ने भीमताल झील से बास्केट से पानी भरा और फिर इसे लिफ्ट करना शुरू किया गया। इसके बाद धधकते जंगल में इस पानी की बौछार शुरू की। करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाने में सफलता मिल पाईl उधर, राज्य के अन्य हिस्सों मे भी जंगल आग की गिरफ्त में हैंl इससे चिंता अधिक बढ़ गई है l