देहरादून। भाजपा ने गढ़वाल संसदीय सीट के अंतर्गत आने वाली विधानसभा की बदरीनाथ सीट से कांग्रेस विधायक और पूर्व मंत्री राजेंद्र भंडारी को अपने पाले में खींचकर कांग्रेस को तगड़ा झटका दिया है। लोकसभा चुनाव की घोषणा के एक दिन बाद रविवार को विधायक भंडारी ने कांग्रेस और विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने के साथ ही नई दिल्ली में भाजपा का दामन थाम लिया। उधर, विधानसभा अध्यक्ष ने भंडारी का इस्तीफा स्वीकार कर लिया। साथ ही विधानसभा की बद्रीनाथ सीट को रिक्त घोषित करने की अधिसूचना भी विधानसभा ने जारी कर दी है।
तीसरी बार के विधायक राजेंद्र भंडारी के लंबे समय से भाजपा में शामिल होने की चर्चा जोरों पर थी। इसकी पटकथा को अंतिम रूप तब मिला, जब हाल में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गोपेश्वर का दौरा किया था। बताते हैं कि तब भंडारी की मुख्यमंत्री धामी और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट से लंबी बातचीत हुई थी। ये माना जा रहा था कि भंडारी शीघ्र ही भाजपा में शामिल होंगे, लेकिन वे उचित वक्त का इंतजार कर रहे थे।
भंडारी ने रविवार को कांग्रेस पार्टी और विधानसभा की सदस्यता से त्यागपत्र देकर नई दिल्ली में भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली। उन्होंने केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव एवं उत्तराखंड प्रदेश व चुनाव प्रभारी दुष्यंत कुमार गौतम, भाजपा के राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख व गढ़वाल सीट से पार्टी प्रत्याशी अनिल बलूनी की उपस्थिति में भाजपा का दामन थामा। भंडारी के भाजपा में शामिल होने से गढ़वाल संसदीय सीट पर कांग्रेस के समक्ष मुश्किलें भी बढ़ना तय माना जा रहा है।
धन सिंह ने भी कांग्रेस को कहा अलविदा
कांग्रेस नेता और टिहरी से पूर्व विधायक धन सिंह नेगी ने भी कांग्रेस को बाय बाय कह दिया है। नेगी पूर्व में भाजपा में थे, लेकिन पिछले विधानसभा चुनाव से पहले वह कांग्रेस में शामिल हो गए थे। अब माना जा रहा है कि वे भाजपा में घर वापसी कर सकते हैं।