उत्तराखंड

केदारनाथ धाम के शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर से चारधाम की शीतकालीन यात्रा का श्रीगणेश

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने किया शुभारंभ, श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ स्थित कोठा भवन जीर्णोद्धार कार्यो का निरीक्षण किया

रुद्रप्रयाग। चारधाम की शीतकालीन यात्रा प्रारंभ हो गई है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को पंचकेदार गद्दीस्थल श्री ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ से चारधाम शीतकालीन यात्रा का श्री गणेश करने के साथ ही मंदिर परिसर के विस्तारीकरण, सौंदर्यीकरण और पौराणिक व ऐतिहासिक महत्व के कोठा भवन के जीर्णोद्धार कार्यों का भी निरीक्षण किया ।

निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री धामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विरासत से विकास का संकल्प दोहराया और निर्माण कार्यों में पौराणिकता का समावेश की जरूरत पर जोर दिया। इस दौरान श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) के अध्यक्ष अजेंद्र अजय द्वारा अवगत कराया गया कि ओंकारेश्वर मंदिर परिसर का विस्तारीकरण, सौंदर्यीकरण और कोठा भवन के जीर्णोद्धार के लिए तीन चरणों में कार्य योजना तैयार की जा रही है। प्रथम चरण में लगभग पांच करोड़ की लागत से कार्य चल रहा है। यह कार्य देश के प्रतिष्ठित मीडिया समूह न्यू इंडियन एक्सप्रेस ग्रुप के सहयोग से कराया जा रहा है।

बीकेटीसी अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने बताया कि श्री ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ स्थित कोठा भवन जीर्णोद्धार एवं पुनर्निमाण कार्यों का कार्य तीर्थ पुरोहितों तथा स्थानीय लोगों के अनुरोध एवं सुझाव पर बीते वर्ष शुरू किया गया। साथ ही उषा- अनिरूद्ध विवाह मंडप के जीर्णोद्धार कार्य हेतु कार्ययोजना बनायी गयी ताकि ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन के अनुरूप वेडिंग डेस्टिनेशन के रूप में विकसित किया जा सके। जिसमें प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का मार्गदर्शन मिल रहा है।

उल्लेखनीय है कि श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ में जर्जर हो चुके कोठा भवन तथा उषा- अनिरूद्ध विवाह मंडप तथा मंदिर परिसर को नया स्वरूप दिये जाने हेतु कार्ययोजना का कार्य प्रगति पर है, कार्ययोजना के तहत प्रथम फेज में भोग मंडी, भंडार गृह, कीर्तन हाल का निर्माण कार्य पूरा हो गया है। द्वितीय चरण में पौराणिक उषा अनिरूद्ध विवाह मंडप का जीर्णोद्धार प्रस्तावित है तीसरे चरण में पार्किंग, यात्री सुविधाएं का कार्य किया जाना है।

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