श्री त्रियुगीनारायण के बाद श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ स्थित उषा- अनिरूद्ध विवाह मंडप भी बना वेडिंग डेस्टिनेशन
श्री बदरीनाथ- केदारनाथ मंदिर समिति की पहल रंग लाई, दिल्ली निवासी वर वधू बंधे विवाह बंधन में
उखीमठ (रुद्रप्रयाग)। श्री त्रियुगीनारायण मंदिर को वेडिंग डेस्टिनेशन के रूप में मिली प्रसिद्वि के बाद उषा- अनिरूद्ध विवाह स्थली श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ को वेडिंग डेस्टिनेशन बनाने की दिशा में श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय के प्रयास रंग लाने लगे हैं। इस पहल के बाद पहली बार उषा- अनिरूद्ध विवाह मंडप श्री ओंकारेश्वर मंदिर में गुरुवार को दिल्ली के एक जोड़े की शादी संपन्न हुई। भविष्य में श्री ओंकारेश्वर मंदिर स्थित उषा अनिरूद्ध विवाह मंडप के वेडिंग डेस्टिनेशन के रूप में विकसित होने का मार्ग प्रशस्त हो गया है।
रोहिणी दिल्ली निवासी लखन चंदेला तथा संगीता सिंह गुरुवार को उषा- अनिरूद्ध विवाह मंडप में सात फेरे लेकर शादी के बंधन में बंध गए। विवाह संबंधी रस्मों, पूजा- पाठ का कार्य मंदिर समिति के आचार्यगणों द्वारा संपन्न करवाया गया। स्थानीय महिलाओं तथा महिला मंगल दल ने मंगल गान का आयोजन कर नवविवाहित जोड़े को शुभकामनाएं दी। साथ ही स्थानीय बाजीगरों ने ढ़ोल- दमाऊं की थाप से मंगल जागरों का गायन किया।
दूल्हे -दुल्हन के परिजनों ने बताया कि वे लोग पिछले यात्रावर्ष केदारनाथ यात्रा पर आये थे तथा श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ भी दर्शन को आये। उन्होंने भगवान कृष्ण के पोते श्री अनिरूद्ध तथा बाणासुर पुत्री उषा के विवाह मंडप एवं श्री ओंकारेश्वर मंदिर के महात्म्य को सुना। तथा इसी विवाह मंडप में विवाह का संकल्प किया।
इस हेतु उन्होंने श्री बदरीनाथ- केदारनाथ मंदिर समिति से संपर्क किया। विवाह कार्यक्रम हेतु मुख्य कार्याधिकारी योगेंद्र सिंह तथा कार्याधिकारी आरसी तिवारी, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी यदुवीर पुष्पवान ने उन्हे यथोचित सहयोग प्रदान किया।
इस अवसर पर कार्याधिकारी आरसी तिवारी,वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी यदुवीर पुष्पवान, वेदपाठी विश्वमोहन जमलोकी, वेदपाठी नवीन मैठाणी, पुजारी शिवशंकर लिंग, टी गंगाधर लिंग, बागेश लिंग, कुलदीप धर्म्वाण, दफेदार विदेश शैव आदि मौजूद रहे। विवाह पक्ष दिल्ली से सोनिया सोनी,नीलिमा सिंह,अवधेश कुमार,पूनम सूद, आरूषि आदि भी इस अवसर पर मौजूद रहे।